- तिबिया कॉलेज के कर्मचारियों ने किया
था सामूहिक बलात्कार का प्रयास
- थाना सिविल लाइंस पुलिस ने नही की
आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही
अलीगढ़। तिबिया कॉलेज में दो माह पूर्व हुए दुष्कर्म के
प्रयास में आरोपी भी आजाद घूम रहे हैं।
पुलिस ने अभी तक आरोपियों को गिरफतार नही
किया है। और तो और एएमयू इंतजामिया ने उनका वेतन भी जारी कर दिया है। वही दूसरी ओर
पीड़ित अफसरों के चक्कर काट रही है। पीड़िता का कहना है कि पुलिस और एएमयू प्रशासन
आरोपियों के साथ मिला हुआ है।
27 जुलाई को हेमलता अपना
इलाज कराने तिबिया कॉलेज गई थी। वहां उसे एडमिट कर लिया गया दूसरे दिन दवा देने के बहाने कर्मचारियों ने उसे अपने कमरे में बुलाया और उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास किया। इस दौरान वसीम खान, आदिल और उसके साथी ने उसके जोर जबरजस्ती की। शोर मचाने पर वहां भारी भीड़ इकटठी हो गई और युवती को बाहर निकाला। उसके कपड़े फटे थे और रो रही थी। इसकी रिपोर्ट धारा-376, 511, 506 के तहत थाना सिविल लाइंस में लिखी गई। आरोपी कर्मचारियों की गिरफतारी को लेकर सामाजिक और राजनैतिक संस्थाओं ने प्रदर्शन किए और एसएसपी-डीआईजी से मुलाकात की। शुरू में तो पुलिस ने इस मामले में काफी रुचि ली बाद में पुलिस ने आरोपियों से सांठ-गंठ कर ली और मामले में अभी तक कोई प्रगति नही हुई।
इलाज कराने तिबिया कॉलेज गई थी। वहां उसे एडमिट कर लिया गया दूसरे दिन दवा देने के बहाने कर्मचारियों ने उसे अपने कमरे में बुलाया और उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास किया। इस दौरान वसीम खान, आदिल और उसके साथी ने उसके जोर जबरजस्ती की। शोर मचाने पर वहां भारी भीड़ इकटठी हो गई और युवती को बाहर निकाला। उसके कपड़े फटे थे और रो रही थी। इसकी रिपोर्ट धारा-376, 511, 506 के तहत थाना सिविल लाइंस में लिखी गई। आरोपी कर्मचारियों की गिरफतारी को लेकर सामाजिक और राजनैतिक संस्थाओं ने प्रदर्शन किए और एसएसपी-डीआईजी से मुलाकात की। शुरू में तो पुलिस ने इस मामले में काफी रुचि ली बाद में पुलिस ने आरोपियों से सांठ-गंठ कर ली और मामले में अभी तक कोई प्रगति नही हुई।
इस संबंध में पीड़िता का कहना है कि पुलिस और आरोपी मिल गए
है। अभी तक पुलिस ने मेरा बयान तक नहीं लिया। आरोपी शिकायत वापस लेने का दबाव डाल
रहे हैं। मेरे माता-पिता नहीं है। मेरी और से पैरवी करने वाला कोई नहीं है। अकेला
भाई है आरोपी उसके साथ भी कोई हादसा कर सकते हैं। वह भी डरा हुआ है। उसने बताया कि
एएमयू प्रषासन आरोपियों को लगातार सेलरी भी दे! (मनोज अलीगढी द्वारा प्रदत्त जानकारी पर अधारित)