अफसरों से किया जायेगा जलसंस्थान के पानी को पीने का आग्रह
(कमलानगर स्थित जी होटल के सैलीब्रेशन हाल में जल अधिकार फाऊंडेशन के तत्वावधान में शहर की लजलापूर्ति पर हुई चर्चा) |
आगरा: प्रदेश के सबसे अधिक प्रदूषित जलापूर्ति वाले ताज सिटी में 2 अक्टूुबर गांधी जयंती के अवसर पर राज्या सरकार की अफसर शाही से जलसंस्था न द्वारा आपूर्ति किये जाने वाले पानी को ही पीना प्रारंभ करने का अनुरोध सत्यारग्रह के रूप में शुरू किया जायेगा। यह घोषणा मंगलवार को जलाधिकार फाउन्डेशन के राष्ट्रीरय सचिव अवधेश कुमार उपाध्यारय ने की जो कि कमला नगर स्थित जी होटल के
सैलिव्रेशन बैक्व्ट हाल में आयोजित महानगर की जलापूर्ति की स्थििति से सबंधित एक संगोष्ठी के बाद पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे।
सैलिव्रेशन बैक्व्ट हाल में आयोजित महानगर की जलापूर्ति की स्थििति से सबंधित एक संगोष्ठी के बाद पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे।
श्री उपाध्या य ने कहा कि जलसंस्थासन में इस समय कार्य संस्कृहति भ्रष्टाचार और गैर जिम्मेवदाराना दौर में है, जिसके चलते आगरा की जलापूर्ति में सुधार नामुमकिन है.सबसे दुखद और कष्टककारी यह है कि आगरा में स्वीच्छे लोक प्रशासन देने आने वाले अफसरों के द्वारा भी इसे सहजता से लिया जाने लगा है। अधिकांश अधिकारी जलसंस्थाेन के पानी का उपयोग शायद ही कभी पीने के लिये करते हों। बोतल बन्द, आर ओ प्लां टों के पानी के उपयोग का प्रचलन जनसामान्यक में स्थाीन बना चुका है।
श्री उपाध्याय ने कहा कि मुख्य मुद्दा है अपने सभी वैध कनैक्शन उपभोक्ताओं को सरकारी मानकों के अनुसार निर्धारित गुणवत्ताे वाले, पर्याप्त मात्रा में पानी की सप्लाई क्योंओ नहीं सुनिश्चिात कर पा रहा है ,, इससे भी ज्याधदा गंभीर मामला है कि जलसंस्थारन की दायित्वहीनता के प्रति सक्षम अफसरशाही खामोश और निर्वाकार बने हुए क्योंा बैठी है.इसी तंद्रा को भंग करने की शुरूआत 2 अक्टूओबर से सत्या ग्रह की शुरूआत कर रहे है।
श्री उपाध्याय ने कहा कि 1 सितंबर को वह एडीम सिटी को पत्र देकर वह यह मांग कर चुके हैं कि जलसंस्थाकन के द्वारा आपूर्ति किये जाने वाले पानी की गुणवत्ता की निरंतर जांच को किसी अधिकारी को नोडल अधिकारी नामित करें। मांगे जाने पर खाद्य विभाग ने पीने के मानकों लिस्टा भी उपलब्धं करवादी है.जिसके अनुसार प्राईवेट जांचों में पानी अत्यंरत निम्ने गुणवत्ता का ही मिला है। चूंकि ये जांच निजीतोर पर करवायी हुई हैं, इस लिये इनका सरकार के लिये सीमित महत्वि ही है अत: हम चाहते हैं कि प्रशासन अपने अधिकारियो की देखरेखमें संग्रहित करवाये सैंपिलों की जांच करवा उपयुक्तव कदम उठाये।
पूर्व में होटल के सैलिव्रेशन बैक्व्ट हॉल में कमला नगर, ताजगंज, कछपुरा, राम बाग सहित विभिन्नल क्षेत्रों में पानी की समस्याट से जूझ रहे नागरिक समूहों के प्रतिनिधियों ने जल सम्मेिलन के रूप में आयोजित मीटिंग में प्रस्ताटव पारित कर मांग की कि जलसंस्थासन का वित्तीोय एवं तकनीकि ऑडिट हो, सोशल आडिट हो, तथा नगर निगम अधिनियम के अनुसार जलसंस्था न बोर्ड का पुनर्गठन हो। श्री अशोक कुशवाहा, पार्षद, समाजसेवी श्री राजेश कुमार, राजीव सक्सैना, विमल जैन, ओ पी अग्रवाल, कृष्ण गुप्तार, शेखर, विशाल चढ्ढा, अमित दीक्षित, जुगनू प्रसाद, श्रीमतीललिता कुशवाह, श्रीमती तुलसी देवी, श्रीमती केशव देवी, श्रीमती अनीता शर्मा, श्रीमती प्रिया कुशवाह, भीकम सिह मुकेशकुशवाह आदि विचार व्याकत करने वालों में शामिल थे। मीटिंग के अंत में यमुना नदी में पानी की गुणवत्ताम और उपलब्धचता में सुधार के लिये पोहिया घाट के अपस्ट्री म में गढी बांईपुर में 'आगरा बैराज' बनाये जाने की मांग की गयी।