201 9 लोकसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी और बसपा के एक साथ चुनाव लड़ने के संकेत आने शुरू हो गए हैं। बताया जाता है मायावती का मानना है कि मोदी सरकार को हराने के लिए सपा और बसपा को पुराने मतभेदों को भूलना होगा। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने कहा, भाजपा द्वारा हमें नकारात्मक कहा जा रहा है, वह कुछ भी नहीं है, सिर्फ उन्हें हमारे को साथ आने का डर है। गोरखपुर और फूलपुर चुनाव में हार ने भाजपा की नींद खराब की हुई है। भाजपा को डर है कि अखिलेश और मायावती के मिलने से हवा के रुख में परिवर्तन आ सकता है। मायावती ने कहा कि हमारा चुनाव गठबंधन व्यक्तिगत या पार्टी के लाभ के लिए नहीं था, बल्कि इसका लक्ष्य क्रूर मोदी सरकार पर विजय प्राप्त करना था ।