आगरा जोन के आठ जिलों में बलात्कारों की संख्या चरम सीमा पर पहुँच चुकी है। यहाँ तीन महीने के भीतर 129 बलात्कार रिपोर्ट किये गए। बलात्कार के अधिकांश मामलों में, जहां पीड़िता नाबालिग हैं, अभियुक्त करीबी रिश्तेदार, मित्र या पड़ोसी हैं।नाबालिग पर बढ़ते दुष्कर्म ,परिवारों के करीबियों द्वारा किये जाने पर चिंता वयक्त करे हुए बाल अधिकार सामजिक कार्यकर्ता नरेश पारस ने कहा कि माता-पिता को अपने बच्चों को 'नहीं' कहना भी सीखना चाहिए। माता-पिता द्वारा बच्चों को इस बारे में जागरूक करना चाहिए कि अच्छे और बुरे स्पर्श क्या हैं। यदि माता पिता इस सम्बन्ध में अपने बच्चों को सूचित करते हैं तो वे नो कहने का साहस कर सकेंगे और बहुत से घटनाएं घटने से बच सकेंगी ।