समाजवादी पार्टी ने जताई कडी प्रतिक्रिया,पार्टी नेताओं ने लिया जायजा भी
सपा नेता राम सहाय यादव और रईसुद्दीन से अपना दर्द बांटती हुई , स्वालंवन का प्रतीक 'शिरोज' कैफे संचालक एसिड पीडितायें । फोटो: असलम सलीमी |
महानगर की विशिष्ठ पहचान शीरोज कैफे को आम अतिक्रमण की तरह प्रशासन के द्वारा तोडफोड कर भारी क्षति पहुचाई गयी । ताजगंज के फतेहाबाद रोड स्थित होटल कॉम्पलैक्स के क्षेत्र में यह संचालित था । वर्तमान में इस क्षेत्र में 'आगरा स्मार्ट सिटी' प्रोजेक्ट के तहत कई तरह के काम चल रहे हैं जिनमें अतिक्रमण हटाया जाना भी शामिल है। अतिक्रमण हटाये जाने के नाम पर इस पर की गयी कार्रवाही के दौरान इतना समय भी नहीं दिया गया कि लडकियां सामान हटाये जाने के लिये अपने संपर्क
के लोगों को बुला सकें।
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव का इन लडकियों को खास वरद हस्त प्राप्त रहा माना जाता रहा है। अपनी कई आगरा यात्राओं के दौरान पद से हटने के बाद भी वह जीवन संघर्ष से जूझ रही लडकिया का मनोवल बढाने पहुंचते रहे थे। मुख्य मंत्री के रूप में उन्होंने आगरा प्रशासन को इस कैफे को उपयुक्त जगह शिफ्ट करने का आदेश दिया था। किन्तु उसी दौरान कुछ समय बाद उ प्र विधान सभा चुनाव की घोषणा के परिप्रेक्ष्य में आदर्श आचा सहिंता लागू हो गयी फलस्वरूप 'स्थान तलाश' का काम रुक गया।
प्रशासन के द्वारा अतिक्रमण हटाये जाने के नाम पर की गयी कार्रवाही पर समाजवादी पार्टी ने कडी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। पार्टी के पूर्व महानगर अध्यक्ष रईस उददीन ने कहा है कि प्रशासन के द्वारा की गयी कार्रवाही से महानगर शर्मसार हुआ है। 'शिरोज कैफे' संचालक लडकिया एक बार पुन: आहत हुई हैं।
जिला अध्यक्ष रामसहाय यादव ने कहा है कि पहले नये स्थान की व्यवस्था की जाती फिर एसिड अटैक पीडितायें अपने प्रतिष्ठान के साथ स्वयं ही दूसरे स्थान पर चली जातीं। समाजवादी पार्टी के तमाम नेता घटना की जानकरी मिलते ही कैफे परपहुंच गये। , पप्पू राघव, फ़िरोज़ खान, सीटी यादव मुकेश, तनिष्क राय, जिम्मी खान, गौरव यादव ,रिज़वान उददीन प्रिंस ने कहा है कि इस प्रकार के कार्यों से लगता है कि प्रशासन मे अब संवेदनशीलता नाम मात्र भी नहीं रह गयी है।
उल्लेखनीय है कि ताजगंज क्षेत्र के दस म्यूनिस्पिल वार्ड शामिल किये गये हैं, लगभग दो हजार करोड की धनराशि से यहां कार्य करवाये जाने हैं किन्तु क्षेत्र में स्थिति गांधी कुष्ठाश्रम, जालमा लिप्रौसी सेंटर और एसिड पीडित लडकियों को लेकर बृहद खर्चीले प्रोजेक्ट में कोयी कार्ययोजना नहीं शामिल की गयी है।