प्रौग्रेसिव इंडिया कॉन्लेंव -2018 में शिक्षा, उद्योग और स्वास्थ्य क्षेत्र कें विशिष्ठ सम्मानित
प्रदेश के कैबीनेट मंत्री प्रा. एस पी सिंह बघेल ने द्वीप प्रज्वलित कर सी सी एल ए का किया उद्घाटन।फोटो:असलम सलीमी |
आगरा: विदेशी पर्यटकों में से ज्यादातर आगरा आते हैं और अगर इंटरनेशनल फ्लाइटों का यहां सीधा आवागमन संभव हो सके तो देश की अर्थव्यवस्था में पर्यटन उद्योग वाले महानगर के रूप में यहां की सकल प्रत्यक्ष भागीदारी संभव हो सकती है। यह कहना है, प्रदेश के पशुपालन मंत्री प्रो एस पी सिंह बघेल का जो कार्पोरेट काऊंसिल फार लीडरशिप एंड एवायरनैस ( सी सी एल ए) के तत्वावधान में होटल क्लार्कशीराज में आयोजित प्रोग्रेसिव इंडिया कान्कलेव को मुख्यातिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा आगरा में इंटरनेशनल एयरपोर्ट का न बनाया जाना एक गलत राजनैतिक फैसला है। उन्होंन कहा कि
आगरा की इस जरूरत को पूरा करने के लिये ' टीम आगरा ' के ट्वैल्थमैन के रूप में जो भी भूमिका होगी उससे कभी पीछे नहीं हटेगे।
श्री बघेल ने कहा कि प्रदेश और केन्द्र में हमारी सरकार है, दो सासद और 11 विधायकों की टीम प्रयास करे तो कई महत्वपर्ण फैसले करवायजाना संभव है। जहां तक उनकी भूमिका की बात है, सक्रिय योगदान देने को सहमत हैं। श्री बघेल ने कहा कि प्रदेश सरकार आगरा के विकास को लेकर पूरी तरह से गंभीर है, डिफैंस प्रोडैक्शन कॉरीडोर का यह केन्द्र है, यू पी इन्वैस्टमेंट सम्मिट में निवेशकों से कई ' एम ओ यू ' साइन हुए हैं। मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी इनके क्रियान्वयन को लेकर स्वयं नजर रख रहे हैं। उम्मीद करनी चाहिये कि इनका प्रत्यक्ष लाभ आगरा को मिलेगा। एक जानकारी में उन्होंने कहा कि नये उद्योग लगाने और चालू उद्योगों का विस्तार करने पर जो प्रतिबंध लगे हुए हैं उन्हें उन्हे शिथिल करवाने को लेकर प्रदेश सरकार पूरी तरह से प्रयास रत है।
उ प्र चैम्बर आफ इंडस्ट्रीज ऐंड कामर्स के अध्यक्ष राजीव तिवारी ने कहा कि आगरा में टूरिजम उद्योग के बढने की व्यापक संभावनाये हैं। किन्तु यह तभी संभव है जबकि यहां इंटरनेशनल एयरकनैक्टिविटी हो। उन्होंने कहा कि ग्रेटर नौयडा में बनने वाले इंटरनेशनल एयरपोर्ट से आगरा का कोयी लेना देना नहीं हैं , हम तो चाहते हैं कि नया बनने वाला एयरपोर्ट (नया सिविल एन्कलेव) ही इंटरनेशनल एयरपोर्ट घोषित कर दिया जाये। वर्तमान में भी सिविल एन्कलेव में इंटरनेशनल फ्लाइटों की हैंडलिंग की पूरी व्यवस्था मौजूद है।
डा मुनीश्वर गुप्ता ने आगरा में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार की व्यापक संभावनाये बतायी किन्तु साथ ही कहा कि 'नये एम्स' खोलने से काम चलने वाला नहीं अस्पतालो से गुणवत्ता वाली सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करवायी जानी चाहिये। प्राईवेट प्रैक्टिश्नरों के प्रति भी सरकार के मौजूदा नजरिये से असहमति जतायी तथा कहा डाक्टरी एक सम्मानित और दायित्वपूर्ण पेशा है, महज यदाकदा होने वाले अपवादों के कारण सभी के प्रति संदेह और दखल का रवैया अस्वीकार्य है।
' सी सी एल ए कॉन्कलेव ' 12 प्रदेशों के प्रबुद्धों को कामयाबी के लिये किया गया सम्मानित। सचदेवा मिलेनियमस्कल के चेयरमैन आर के सचदेवा को मेयर नवीन जैन भेट की सम्मान ट्राफी(इन्सेट)।फोटो असलम सलीमी |
डा भीम राव अम्बेडकर विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डा जी सी सक्सेना,लुघु उद्योग भारती के प्रदेश अध्यक्ष राकेश गर्ग, एकमैक के अध्यक्ष श्री पूरन डावर ने कहा कि कोयी भी काम छोटा बडा नहीं होता है। उन्होंने कहा कि भारत एक प्रगतिशील राष्ट्र है और तमाम विसंगतियों के बाजूद यहां काम करने और नई उपलब्धियां हांसिल करने की व्यापक संभावनायें विद्यमान हैं। दैनिक जागरण के स्थानीय प्रभारी अवधेश कुमार गुप्ता ने कहा कि प्रौग्रसिव इंडिया को व्यापक लक्ष्य के रूप में देखा जाना चाहिये, अगर देश में आतंकवाद रहेगा और युवा संस्कारवान नहीं होंगे तो देश को प्रगतशील कैसे कह सकेंगे। उन्होंने नागरिकों के स्वास्थ भारत के मिट्टी के स्वास्थ्य और पर्यावरणीय प्रदूषण को भी जरूरी बताया। सर्वश्री मनोज वर्मा, अमर मित्तल, राजीव मित्तल, राजेश गोयल, कैलाश कुमार, आर के कपूर, देवाशीष आदि भी विचार व्यक्त करने वालों में शामिल थे। अतिथियों का स्वगत करते हुए रावी ईवेंट्स के निदेशक मनीष अग्रवाल ने कहा कि राष्ट्र की प्रगति व्यापक सहभागिता से ही संभव है और उसी के लिये प्रेरित करने को यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है। श्री अजय शर्मा ने कहा कि शिक्षा और स्वस्थ्य क्षेत्रों में कार्य करने की व्यापक संभावनाये हैं , उद्योगों को भी इन्हीं से बल मिलता है। कार्यक्रम का संचालन सुश्री खुशबू ने किया जबकि कार्यक्रम संयोजक बृजेश शर्मा थे।आयोजकों की ओर से गलगोटिया यूनीवर्स्टी,चैम्बर आफ इंडर्स्टीज एंड कामर्स आगरा ,सचदेवा मिलेनियम स्कूल आगरा सहित देश के 12 प्रांतों से आये पचास प्रतिभागियों को शिक्षा, स्वास्थ्य, बौद्धिक संपादा और उ़ोग क्षेत्रों में विशिष्ठ योगदान के लिये सम्मानित किया गया।