बताया जाता है कि उत्तर प्रदेश में भाजपा के जो सांसद अपने क्षेत्र में नहीं जाते हैं और न ही पार्टी के कार्यक्रमों में भाग लेते हैं उनके टिकट काट दिए जाने की संभावना है । भाजपा अध्यक्ष अमित शाह तीन माह पूर्व इस तरह के संकेत दे चुके थे। भाजपा हमेशा से अनुशासन वाली पार्टी मानी जाती है। चर्चा है कि स्थानीय लेबल पर सांसदों का फीडबैक आलाकमान को भेज दिया गया है। तीन दर्जन सांसदों का टिकट कटना करीब करीब तय सा बताया जाता है। बताया जाता है भाजपा कार्यकर्ता इस तरह के सांसदों के खिलाफ अपनी भड़ास अमित शाह के सम्मुख निकालने में नहीं चुके थे। उधर टिकट कटने के डर से कई भाजपा सांसदों का बगावती तेवर खुलकर दिखाई देने लगा है।