आगरा। कश्मीर के दर्दनाक हादसे के बाद आगरा में बहुत से लोग ताजमहोत्सव के आयोजन को स्थगित करने की मांग कर रहे थे। इस बार फेस्टिवल का उद्धघाटन उत्तर प्रदेश के राज्यपाल ने शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि के साथ किया था। बहुत से लोग अब भी ताजमहोत्सव में शिल्पियों तथा बुनकरों के सामान को तोड़फोड़ करके इसका विरोध कर रहे हैं।शिल्पकारों के साथ ऐसा बर्ताव क्यों शिल्पियों के साथ इस तरह तरह की घटना का विरोध सोशल मीडिया पर जमकर हो रहा है। शिल्पकार तो दूर दूर से कुछ कमाने की आशाएं लेकर आये हैं आगरा में । जिस तरह से हर व्यक्ति अपनी रोटी रोज़ी कमाता है नौकरी करके, व्यापर करके , उनका भी यह रोटी रोज़ी कमाने का साधन है। जो लोग शिल्पियों
के सामान के साथ तोड़फोड़ कर रहे हैं, उनलोगों ने अपनी नौकरी और व्यापार बंद कर दिया है क्या ? किसी की रोटी रोज़ी पर लात मारना किसी का भी अधिकार नहीं है। सोशल मीडिया पर स्थानीय प्रशासन से शिल्पियों की सुरक्षा की मांग बढ़ती जा रही है।