9 मार्च 2019

नोएडा पूरी तरह से एक नया रूप ले चुका है - मोदी


प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय पुरात्‍त्‍व संस्‍थान का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर संस्थान परिसर में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा का भी अनावरण किया तथा उन्‍हें श्रद्धासुमन अर्पित किए।इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि नोएडा पूरी तरह से एक नया रूप ले चुका है। वह अब विकास और युवाओं के लिए रोजगार के अवसर उपलब्‍ध कराने के रूप में पहचाना जाता है। उन्‍होंने कहा कि नोएडा देश के मेक इन इंडिया केन्‍द्र के रूप में विकसित हो रहा है। इस संदर्भ में उन्‍होंने नोएडा में दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल फैक्‍ट्री सहित वहां मौजूद कई इलेक्‍ट्रानिक कंपनियों का जिक्र भी किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश का सबसे बड़ा हवाई अड्डा उत्‍तर प्रदेश के जेवर में बनाया जा रहा है। इसके बन जाने से न केवल लोगों को सुविधा होगी बल्कि यह आर्थिक रूप से भी  उत्तर प्रदेश के लिए फायदेमंद होगा।


पंडित दीनदयाल उपाध्याया पुरातत्व संस्थान का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह संस्थान देश और विदेश के छात्रों के साथ ही अनुसंधानकर्ताओं को उत्साहवर्धक शैक्षणिक वातावरण और अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराएगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि 125 करोड़ भारतीयों के मजबूत सहयोग से ही एक नए भारत का निर्माण हो रहा है। उन्होंने देश को भ्रष्टाचार से मुक्त करने की सरकार की प्रतिबद्धता दोहरायी और साथ ही आतंकवाद का मुहंतोड़ जवाब देने के लिए सैनिकों की बहादुरी को सलाम किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार आतंकवाद के खिलाफ सख्त फैसले लेती रहेगी।

इस अवसर पर केन्द्रीय संस्कृति मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. महेश शर्मा ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि सरकार द्वारा उद्घाटित की गई विभिन्न बुनियादी परियाजनओं से क्षेत्र में विकास को नई गति मिलेगी। पंडित दीन दयाल उपाध्याय के स्वप्न का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं से देश के महान नेता के स्वप्न को यथार्थ में बदल दिया गया है।

इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संस्कृति मंत्री को शुभकामनाएं दी और राज्य को इस विशिष्ट संस्थान का उपहार देने के लिए केन्द्र सरकार को धन्यवाद भी दिया।

289 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से बना यह अत्याधुनिक संस्थान करीब 25 एकड़ में फैला है और अत्याधुनिक प्रौद्योगिक सुविधाओं से युक्त है। इस संस्थान में 1000 लोगों के बैठने की क्षमता वाला एक सभागार, एक खुला थियेटर और एक पुरातत्व संग्रहालय भी है। यह पुरातत्व संस्थान संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण संस्थान का एक अकादमिक विंग है जहां छात्रों को पुरातत्व के क्षेत्र में अध्ययन की संपूर्ण सुविधाएं प्रदान की जाती हैं।