पार्टी के स्थानीय एजैंडे से आगरा के अधिकांश स्थानीय कांग्रेसी भौंचक्के
(स्व राजीव गांधी) |
आगरा:कांग्रेस ने अपने राष्ट्रीय घोषणा पत्र को जारी करने के बाद शनिवार को स्थानीय मुद्दों से संबधित एक अन्य लोकल मैनीफैस्टो पत्र भी जारी किया है। इन दोनों ही चुनाव घोषणा पत्रों से आगरा की एयर कनैक्टिविटी और सिविल एन्कलेव को शिफ्ट किये जाने का मुद्दा गायब है। नागरिकों के लिये तो कांग्रेस का यह दस्ताबेज कितना महत्व रखता है, इसकी जानकारी चुनाव परिणाम आने के बाद ही सामने आ सकेगी किन्तु पार्टी के करताधरताओं की आगरा एयरपोर्ट को सामायिक दस्ताबेज से बाहर रखने की कारिस्तानी से खुद वे तमाम कांग्रेसी बेहद खफा हैं जो कि पिछले कई साल से आगरा की एयर कनैक्टिविटी को सहज और जनसुलभ बनाये जाने के लिये नागरिकों के गैर राजनैतिक प्रयासों के हम-कदम रहे हैं।
इन हम - कदमों की
सक्रियता से इस मुद्दे को लाविग कर न केवल नगर निगम में उठाकर प्रस्ताव पास करवाया जाना संभव हुआ बल्कि दिल्ली जाने वाली गतिमान एक्सप्रेस को कैंट स्टेशन पर रोक कर रेल के लोको स्टाफ के माध्यम से पी एम ओ को ज्ञापन तक भिजवाय जाने का कार्य तक हुआ था।
सक्रियता से इस मुद्दे को लाविग कर न केवल नगर निगम में उठाकर प्रस्ताव पास करवाया जाना संभव हुआ बल्कि दिल्ली जाने वाली गतिमान एक्सप्रेस को कैंट स्टेशन पर रोक कर रेल के लोको स्टाफ के माध्यम से पी एम ओ को ज्ञापन तक भिजवाय जाने का कार्य तक हुआ था।
अनुशासित पार्टी कार्यकर्त्ता बने रहने के लिये आगरा के कांग्रेसियों ने स्वंय तो फिलहाल अपने नाम से तो कोयी बयान या प्रतिक्रिया जारी नहीं की है किन्तु इतना जरूर कहा है कि नेतृत्व तक इस कारनामें की जानकारी जरूर पहुंचायेंगे।
स्वार्डन लीडर स्व राजेश प्रसाद सिह बिधूरी (राजेश पायलट) |
कांग्रेसियों ने कहा कि पार्टी के कई नेता स्वयं पायलट रहे हैं और इनमें से कई वर्तमान में भी सुस्थापित राजनीतिज्ञ हैं इस लिये यह भूल कम से कम कांग्रेस के एजेंडें नगर वासियो के द्वारा शायद ही सहजता से ली जाये। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष स्व राजीव गांधी तो राजनीति में आने से पूर्व स्वयं ही एक पायलट के रूप में इंडियन एयरलाइंस की दिल्ली खुजराहो, आगरा ,काठमांडू को आने जाने वाली फ्लाइट लेकर आगरा से वर्षों गुजरे ।इसी प्रकार पार्टी के एक अन्य वरिष्ठ नेता स्व राजेश प्रसाद सिह बिधूरी ( राजेश पायलट) भी आगरा की एयर कनैक्टिविटी को बैहतर करवाने के पक्षधर रहे थे। जिन्हें अक्सर भरतपुर होकर अलवर दौसा तक जाने के लिये अक्सर खेरिया एयरपोर्ट की सैन्य सुरक्षा व्यवस्था के कारण सिविल एन्कलेव तक आने जाने की समस्या का सामना करना पडा।एक समय के प्रख्यात कांग्रेस नेता सुरेश कालमांडी की वर्षों आगरा एयरुोर्स स्टेशन पर ही नियुक्ति रही।
एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने अपना नाम उजागर न करने के वायदे के साथ कहा कि अपने पिता के समान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भले ही पेशेवर पायलट न हों किन्तु आगरा के पर्यटन महत्व और उसके लिये एयरपोर्ट के महत्व को तो समझते ही हैं और अगर उन्हें भी मालूम पडेगा कि आगरा के एयरपोर्ट के उस मुददे को स्थानीय घोषणा पत्र में जगह नहीं दी गयी है तो उन्हें भी अच्छा नहीं लगेगा। विधान सभा चुनाव कांग्रेस के टिकट पर लड चुके इन नेता जी का कहना है कि लगता है कि कांग्रेस का स्थानीय मुद्दो से जुडा घोषणा पत्र काफी जल्दबाजी में बनाया गया और उसके बारे में स्थानीय कांग्रेसियों सलहा मश्वरा तक करने की जरूरत नहीं समझी गयी।
यह सही है कि कांग्रेस वर्तमान में पालटों की पार्टी नहीं रही है किन्तु और उसके दिन व मुद्दे बदले हुए हैं किन्तु यह जरूर अपने आप में अश्यर्चजनक है कि एयर कनैक्टिविटी को लेकर कांग्रेस नेताओं की सुझ शून्य हो गयी है । तभी तो पार्टी ने आगरा की एयरकनैक्टिविटी और सिविल एन्कलेव जैसी पॉपुलर डिमांडो तक को अपने स्थानीय घोषणा पत्र में जगह नहीं दी।