बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने अलवर में एक दलित महिला के गैंगरेप के सम्बन्ध में चुनाव प्रचार के दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं द्वारा पीड़िता के खिलाफ की जा रही अपमानजनक टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उच्चतम न्यायालय से सुओ मोटू संज्ञान लेने का आग्रह किया। बसपा प्रमुख ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता अपने राजनीतिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए लोकसभा चुनाव के प्रचार में महिलाओं के खिलाफ लगातार अपमानजनक भाषा इस्तेमाल की ,चुनाव आयोग उतनी सख्ती से काम नहीं कर पाया, जितना करने की जरूरत है।