लोकसभा चुनाव का अंतिम चरण रविवार को समाप्त हो रहा है। देखना है कि क्या समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी अपने वोट एक दूसरे को स्थानांतरित करने में सक्षम हो सकेंगे। भाजपा का उत्तर प्रदेश में प्रदर्शन पार्टी के लिए सबसे ज्यादा महत्व रखता है। बहुत से स्थानों पर भाजपा और सपा-बसपा-रालोद गठबंधन के बीच करीबी का मुकाबला है। एक स्टडी में कहा गया है कि मायावती और अखिलेश दोनों ही वोटों के हस्तांतरण के वांछित स्तर को सफलतापूर्वक हासिल नहीं कर पाए हैं। बतादें कि 2014 के लोकसभा चुनावों में, समाजवादी पार्टी ने 22.2 प्रतिशत और बसपा को 19.6 प्रतिशत वोट उत्तर प्रदेश में हांसिल किये थे।