रांची, झारखण्ड मे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश और दुनिया को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ दिन दीं और अपने सन्देश में कहा आज इस प्रभात तारा मैदान से सभी देशवासियों को सुप्रभातम। और आज ये प्रभात तारा मैदान विश्व के नक्शे पर जरूर चमक रहा है। ये गौरव आज झारखंड को मिला है।
मोदी ने कहा आज देश और दुनिया के अनेक हिस्सों में लाखों लोग योग दिवस मनाने के लिए अलग-अलग जगह पर जमा हैं, मैं उन सभी का धन्यवाद करता हूँ।
योग के दुनियाभर में प्रसार में मीडिया के हमारे साथी, सोशल मीडिया से जुड़े लोग जिस तरह की अहम भूमिका निभा रहे हैं, वो भी बहुत महत्वपूर्ण है, मैं उनका भी आभार व्यक्त करता हूँ।
साथियो, झारखंड में योग दिवस के लिए आना अपने-आप में बहुत सुखद अनुभव है। आप लोग बहुत सुबह ही अपने घरों से निकलकर दूर-दूर से यहाँ आए हैं, मैं आप सभी का आभारी हूँ। बहुत से लोगों के मन में आज ये सवाल है कि मैं पांचवाँ योग दिवस मनाने के लिए आज आपके साथ योग करने के लिए राँची ही क्यों आया हूँ।
आगे प्रधानमंत्री ने कहा भाइयो और बहनों, राँची से मेरा लगाव तो है ही, लेकिन आज मेरे लिए राँची आने की तीन और बड़ी वजह हैं। पहला- जैसा कि झारखंड के नाम में ही ये वन प्रदेश है, प्रकृति के बहुत करीब है और योग और प्रकृति का तालमेल इंसान को एक अलग ही एहसास कराता है। दूसरी बड़ी वजह यहाँ आने की ये थी कि राँची और स्वास्थ्य का रिश्ता अब इतिहास में दर्ज है। पिछले साल 23 सितम्बर को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जन्म-जयंती निमित्त यहां राँची से ही हमने आयुष्मान भारत योजना की शुरूआत की थी। आज दुनिया की सबसे बड़ी Health Care Scheme, प्रधानमंत्री जन-आरोग्य योजना बहुत कम समय में गरीबों के लिए बहुत बड़ा संबल बनी है। भारतीयों को आयुष्मान बनाने में योग का जो महत्व है, उसे भी हम भली-भाँति जानते हैं, समझते हैं; इसलिए भी आज राँची आना मेरे लिए विशेष है।
भाइयो और बहनों, अब योग के अभियान को मुझे और हम सबको मिल करके एक अलग स्तर पर ले जाना है और यही राँची आने की मेरी तीसरी और सबसे बड़ी वजह वो भी है।