जल संचय संभव करने वाले प्रोजैक्टों पर काम शुरू हो:जलाधिकार
सांसद राजकुमार की उदारता से शायद पूरा हो जायेगा 'जोधपुर झाल प्राजेकट':अवधेश उपाधय। फोटो:असलम सलीमी |
आगरा - पं दीन दयाल सरोवर प्रोजेक्ट ( जोधपुर झाल जलाशय ) आगरा और मथुरा दोनों जनपदों के लिये काफी उपयोगी है,यह कहना है सांसद राजकुमार चाहर का। जो कि अपने निवास पर जलाधिकार फाऊंडेशन के प्रतिनिधियों के साथ वार्ता कर रहे थे।उन्होंने कहा कि जोधपुर झाल को मूल स्थिति में उन्होंने देखा है और इसे विशाल जलाशय के रूप में परवर्तित करने की योजना के बारे में भी कुछ जानकारियां हैं। श्री चाहर ने कहा कि वह समझते हैं कि यह प्राजेक्ट पूर्व में ही पूरा हो जाना चाहिये था। अगर इसके पूरा होने में कोयी कमी रह भी गयी है तो सांसद के रूप में वह इसे हर हाल में पूरा करवायेंगे।इसके लिये सिचाई विभाग के अधिकारियों से कार्य योजना बनाकर शीघ्रता के साथ प्रस्तुत करने
को कहेंगे।
को कहेंगे।
जलाधिकार फाऊंडेशन के प्रतिनिधियों ने सांसद राजकुमार चाहर से की मुलाकात जलकिल्लत पर जतायी चिंता । फोटो:असलम सलीमी |
श्री चाहर ने कहा कि जल संरक्षण उनकी घोषित प्राथमिक्ता तो है ही साथ ही क्षेत्र की जन अपेक्षा वाला कार्य भी है।व्यापक पैमाने पर चल रहे भूजल के दोहन को तो यथा संभव सीमित करना हमारा लक्ष्य होना ही चाहिये ।
यमुना की बदहाली को दूर करने को महत्वपूर्ण :
जलाअधिकार फाऊंडेशन की आगरा इकाई के अध्यक्ष डा अनुराग शर्मा जो कि आगरा कॉलेज के कम्पूयटर इंजीनिसरिग विभाग के अध्यक्ष भी है , ने कहा कि ने जलाधिकार फाऊंडेशन आगरा की पानी की कमी को दूर करने के लिये सीमित संसाधनों में ही संभव ,उपायो को लेकर जो गहन जानकारियों संग्रहित की हैं, इनमें ही जोधुपर झाल भी शामिल है। यह आगरा के अछनेरा विकास खंड के दर्जनों गांवों के भूगर्भ जलस्तर की गिरवट को थामने तथा भूगर्भजल की गुणवत्ता में सुधार के लिये तो अहम है ही साथ ही पं दीन दयल जी के विकास खंड के गांवों के लिये भी यह समान उपयोगिता रखता है।
मथुरा की संसद की भी सहमति :
मंत्री इं. डी के तिवारी ने बताया कि 150 एकड में विस्तृत इस जलक्षेत्र का नाम भी पं.दीन दयाल सरोवर ही रखने का प्रस्ताव है। मथुरा जनपद की सांसद श्रीमती हेमा मालिनी ने भी इस प्रस्ताव के प्रति अपनी सहमति जताते हुए राज्य सरकार को एक पत्र भी लिखा था। महामंत्री नितिन अग्रवाल ने सांसद को फाऊंडेशन के द्वारा अब तक किये जाते रहे प्रयासों की विस्तार से जनकारी दी और पं दीन दयाल सरोवर प्रोजेकट को पूरा करवाने के लिये अनुरोध किया। उन्होंन कहा कि इस प्रोजेक्ट के पूरा हो जाने से इतना पानी हमेशा डिस्चार्ज को उपलब्ध रहेगा जिसके चलते यमुना नदी में अक्सर रहने वाली घुलनशील आक्सीजन की कमी हमेशा के लिये दूर हो जायेगी। श्री शैलेन्द्र सिह नरवार ने कहा कि इस प्राजेक्ट को पूरा करवायीए यह क्षेत्र की जरूरत और यमुना नदी की बदहाली में सुधार को निहायत जरूरी है। जलाधिकार के प्रतिनिधि मंडल में जलाधिकार एक्टविस्ट के रूप में जन्रलिस्ट राजीव सक्सेना एवं फोटो जर्नलिस्ट श्री असलम सलीमी भी मोजूद थे।
जलाधिकार की औपचारिक मीटिग :
पूर्व में जयपुर हाऊस स्थित डा अनुराग शर्मा के निवास पर जलाधिकार फाऊडेशन की मीटिग हुई जिसमें श्री शैलेन्द्र सिह नरवार को फाऊंडेशन का सदस्य बनाया गया । फाऊडेशन के नेशनल जर्नल सैकेट्री अवधेश उपाध्याय के स्वास्थ की प्रगति पर भी चर्चा कर शीघ्र पूर्ण स्वस्थ्य होने कामना व्यक्त की गयी।