( सुनील चौधरी,दिवाकर तिवारी ,राजीव सक्सेना आदि फोटो : असलम सलीम ) |
जलाधिकार फाउंडेशन,आगरा के प्रयासों से अब सब जानेंगे कौन थी प्रभु श्री राम की बड़ी बहन शांता देवी
आगरा। कीठम झील अब आगरावासिओं के लिए पर्यटन का आकर्षण बनती जा रही है। अब यहाँ लोग शांता घाट पर जाकर शांति के क्षण निकाल सकेंगे तथा प्रक्रति का वास्तविक आनंद ले सकेंगे। इस नवनिर्मित शांता घाट का उद्घाटन मुख्य वन संरक्षक(पश्चिम क्षेत्र) सुनील चौधरी द्वारा किया गया। जलाधिकार फाउंडेशन के अनुरोध पर नवनिर्मित घाट का नाम "शांता घाट" करने का निर्णय लिया गया । इस अवसर पर उपवन संरक्षक आनंद कुमार श्रीवास्तव, फाउंडेशन मंत्री दिवाकर तिवारी , वरिष्ठ पत्रकार राजीव सक्सेना ,विनोद गुप्ता असलम, राजेश आदि उपस्थित थे।
आगरा। कीठम झील अब आगरावासिओं के लिए पर्यटन का आकर्षण बनती जा रही है। अब यहाँ लोग शांता घाट पर जाकर शांति के क्षण निकाल सकेंगे तथा प्रक्रति का वास्तविक आनंद ले सकेंगे। इस नवनिर्मित शांता घाट का उद्घाटन मुख्य वन संरक्षक(पश्चिम क्षेत्र) सुनील चौधरी द्वारा किया गया। जलाधिकार फाउंडेशन के अनुरोध पर नवनिर्मित घाट का नाम "शांता घाट" करने का निर्णय लिया गया । इस अवसर पर उपवन संरक्षक आनंद कुमार श्रीवास्तव, फाउंडेशन मंत्री दिवाकर तिवारी , वरिष्ठ पत्रकार राजीव सक्सेना ,विनोद गुप्ता असलम, राजेश आदि उपस्थित थे।
यह दर्शनीय झील, आगरा से लगभग 20 किमी और सिकंदरा से 12 किमी दूर सुर सरोवर पक्षी अभयारण्य के भीतर स्थित है। कीठम रेलवे स्टेशन पर कीठम झील रेलवे ट्रैक से जुड़ी हुई है। इस झील को 27 मार्च 1991 को यूपी द्वारा राष्ट्रीय पक्षी अभयारण्य घोषित किया गया था। यमुना नदी की सहायक नदी सुर-सरोवर के क्षेत्र को घेरती है।
पूरी झील 7.13 वर्ग किमी के जलग्रहण क्षेत्र में बनी है। कीठम का आकार में पंचकोणीय है। प्रवासी पक्षियों को आश्रय और प्रजनन के लिए कृत्रिम रूप से बनाए गए द्वीप हैं। सबसे अच्छी बात यह है कि यह आगरा दिल्ली के रास्ते पर स्थित है जिससे पर्यटक अपनी आगरा यात्रा के दौरान इसको भ्रमड़ कर सकते हैं।