-- कोरोना संक्रमण की एतिहात के चलते आयोजन में सीमित रही भागीदारी
'अब्बू लाला का दरगाह' पर अकीदमन्दों ने की अमन चैन की दुआ |
आगरा:भाईचारा और सदभावना की अपने आप में मिसाल माने जाने ताज सिटी में आस्था के प्रमुख स्थान 'अब्बू लाला का दरगाह' पर , हजरत अमीर अब्बुलउला दरगाह
(अब्बू लाला ),के 382 वें उर्स के अवसर अमन चैन की दुआओं के
साथ परंपरागत चादर पोशी की रस्म संपन्न हुई । बेगम डयोढी़ पाए चौकी से सूफी बुंदन मियां के नेतृत्व में परंपरागत
चादर रवाना हुई | बडी भागीदारी के साथ होने वाली इस रस्म में
करोना प्रोटोकॉल का पालन करने की अपेक्षाओं को दृष्टिगत अकीदतमनदों सीमित भागीदारी रही। इस अवसर पर सर्वश्री सूफी शमीम मियां (दानापुर
वाले ) सैय्यद इरफान सलीम, समी आगाई, पंडित
नवीन चंद्र शर्मा , भेष बंसल एडवोकेट , हाजी शेख शब्बीर, हाजी सरफराज प्रमुख रूप
से मौजूद
रहे ।सज्जादा नशीन सैय्यद मोहतशिम अलीअब्बुल उलाई,नायबसैय्यद विरासत अली अबुल उलाई आदि। |
चांद की तारीख 9 सफर 1443 हि.को यह
आयोजन होता
है, सज्जादा नशीन वा मुतावल्ली सैय्यद मोहतशिम अली अब्बुल उलाई द्वारा अपने
परिवारजनों के साथ दरगाह में कुल शरीफ की रस्म को संपन्न करवाते हैं।परंपरागत रूप
से पहले दरगाह में कुरान शरीफ का पाठ किया
गया , इसके बाद चारों ओर गुलाब जल की वर्षा की गई, मान्यता है कि कुल का छींटा पड़ने से मुराद पूरी होती है |
नायब सज्जादगान
सैय्यद विरासत अली अबुल उलाई, सैयद इशाअत अली अबुल उलाई, सैय्यद कैफ अली अबुल उलाई,
सैय्यद ज़ाकिर अली दानिश अबुल उलाई, सैय्यद
आसिम अली अबुल उलाई और और सैय्यद इकबाल अली अबुल उलाई, सैय्यद
अरीब अली अबुल उलाई, सैयद शहाब अली ,सलमान
मज़हर, सैय्यद अज़हर अली आदि सहित अनेक इस अवसर पर मौजूद
रह। सर्वश्री सूफी शमीम मियां (दानापुर
वाले ) सैय्यद इरफान सलीम, समी आगाई, पंडित
नवीन चंद्र शर्मा , भेष बंसल एडवोकेट , हाजी शेख शब्बीर, हाजी सरफराज आदि भी आयोजन में
सहभागी थे।