29 मार्च 2022

रोजगार परक ' साफ्ट वेयर टैक्‍नेलाजी पार्क आगरा ' प्रोजेक्‍ट को पूरा करवाया जाये

 -- चैम्‍बर अध्‍यक्ष ने लिखा कैबीनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य को पत्र

आई टी मंत्री योगेन्‍द्र उपाध्‍याय, महिला कल्‍याण मंत्री श्रीमती बेबी रानी मौर्य एवं पूर्व आई टी मंत्री राजा अरिदमन सिह 

(राजीव सक्‍सेना) आगरा:नेशनल चैम्‍बर आफ इंडस्‍ट्रीज ऐंड कामर्स यू पी आगरा के अध्‍यक्ष मनीष अग्रवाल ने प्रदेश की महिला कल्‍याण मंत्री श्रीमती बेबीरानी मौर्य को पत्र लिखकर आगरा साफ्टवेयर टैक्‍नेलाजी पार्क (STPI) प्रोजेक्‍ट को शीघ्रता के साथ शुरू करवाने की अपेक्षा की है।

आगरा देहात वि. स . क्षेत्र का है प्रोजेक्‍ट 

श्री अग्रवाल ने कहा है कि  हालांकि उनके पास महिला कल्याण के साथ ही बाल विकास एवं पुष्टाहार आदि जैसे महत्‍वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी भी है,लेकिन साफ्टवेयर टैक्‍नेलाजी पार्क(STPI)उनके ही निर्वाचन क्षेत्र 'आगरा देहात' की एक ऐसी महत्‍वपूर्ण अधूरी पडी आई टी सैक्‍टर के लिये रोजगार परक योजना है, जो अति शीघ्रता के साथ पूरी

हो सकती है। 

संयोग से आई टी मंत्री भी आगरा के ही हैं


मनीष अग्रवाल

चैम्‍बर अध्‍यक्ष ने कहा है कि सुखद संयोग की बात है कि प्रदेश के आई टी मंत्री भी आगरा के ही तेज तरार  विधायक   योगेन्‍द्र उपाध्‍याय हैं। श्री अग्रवाल ने कहा कि एस टी पी आई प्रोजेक्‍ट को पूरा होने के लिये अब तक की सबसे सुखद संयोग की स्‍थिति है । 

 श्री अग्रवाल ने कहा कि उन्‍हें पूरा विश्‍वास है कि अगर श्रीमती मौर्या अपने क्षेत्र के इस महत्‍वपूण प्रोजेक्‍ट को पूरा करवाने के लिये आई टी मंत्री से कहेंगी तो वह जरूर उसे पूरा करवाने का कार्य प्राथमिकता से लेंगे।

चैंबर अध्‍यक्ष ने कहा कि वह एक पत्र उच्‍च शिक्षा एवं आई टी मंत्री श्री उपाध्‍याय को भी अलग से लिखेंगे। हालांकि उन्‍हें अपने स्‍तर से भी इस प्रोजेक्‍ट के बारे में पर्याप्‍त जानकारी पहले से ही होगी। 

चैम्‍बर अध्‍यक्ष ने कहा है कि सुखद संयोग की बात है कि प्रदेश के आई टी मंत्री भी आगरा के ही तेज तरार  विधायक   योगेन्‍द्र उपाध्‍याय हैं। श्री अग्रवाल ने कहा कि एस टी पी आई प्रोजेक्‍ट को पूरा होने के लिये अब तक की सबसे सुखद संयोग की स्‍थिति है । 

 श्री अग्रवाल ने कहा कि उन्‍हें पूरा विश्‍वास है कि अगर श्रीमती मौर्या अपने क्षेत्र के इस महत्‍वपूण प्रोजेक्‍ट को पूरा करवाने के लिये आई टी मंत्री से कहेंगी तो वह जरूर उसे पूरा करवाने का कार्य प्राथमिकता से लेंगे।

चैंबर अध्‍यक्ष ने कहा कि वह एक पत्र उच्‍च शिक्षा एवं आई टी मंत्री श्री उपाध्‍याय को भी अलग से लिखेंगे। हालांकि उन्‍हें अपने स्‍तर से भी इस प्रोजेक्‍ट के बारे में पर्याप्‍त जानकारी पहले से ही होगी। 

स्‍मार्ट सिटी की अहम जरूरत

उन्‍हों ने कहा कि यह प्रोजेक्‍ट निवेशों को बढाने की संभावनाओं से तो भरपूर है ही 'स्‍मार्ट सिटी' हो चुके आगरा की अहम जरूरत है। चैंबर अध्‍यक्ष मनीष अग्रवाल ने  बताया कि एस टी पी आई प्रोजेक्‍ट की साइट  विकास प्राधिकरण के सैक्‍टर डी (sector-D) में स्‍थित है।

 पूर्व  मंत्री राजा अरिदमन सिह के समय हुई थी शुरूआत

जन प्रतिनिधियों की लापरवाही से अधूरा पडा है, एस टी पी आई आगरा
का शास्‍त्रीपुरम परिसर। 

उन्‍होंने कहा कि दो दशक पूर्व आगरा में एस टी पी आई को बनाये जाने के लिये प्रयास शुरू हुए थे। प्रदेश के पूर्व कैबीनेट मंत्री राजा अरिदमन सिह ने आई टी मंत्री के  कार्यकाल में इसके लिये एम ओ यू साइन हुआ था। लेकिन बाद में अब तक यू पी में आई टी विभाग ज्‍यादातर अन्‍य जनपदों से चुनकर आये विधायकों के पास ही रहा है,जबकि इस बार आगरा दक्षिण सीट से चुने गये श्री योगेन्‍द्र उपाध्‍याय के पास है। 

 वैसे आई टी विभाग कभी पूर्व विधायक राजा अरिदमन सिह के पास भी कुछ ही  समय के लिये रह था,किन्‍तु उस समय आई टी सैक्‍टर मौजूदा दौर से कहीं पिछडा हुआ था,स्‍मार्ट फोन तो दूर हाईस्‍पीड  इंटरनेट तक  का दौर उ प्र में शुरू नहीं हुआ था।लेकिन इसके बावजूद आई टी पार्क योजना और उसके लिये जमीन की उपलब्‍धता उन्‍हीं के समय संभव हुई।

अगर जमीन की उपलब्‍धता तथा एम ओ यू समय से साइन हो गया होता तो आगरा का एस टी पी आई देश का पंचवा तथा यू पी का दूसरा होता।अब तो एस टी पी आई की भूमिका अति महत्‍वपूर्ण हो गयी है। एस टी पी आई की भूमिका अब तो और भी महत्‍वपूर्ण हो गयी है।

'को लोकेशंस सर्विस ' कंसैप्‍ट से से बढा ग्राहृय क्षेत्र  

एस टी पी आई के आकार और लोकेशन अब ज्‍यादा महत्‍वपूर्ण नहीं रह गये है,एस टी पी आई के द्वारा डाटा,साफ्टवेयर,साफ्टवेयर एक्‍सपोर्ट और आऊट सोर्सिंग जैसी अनुमतियों के लिये अवस्‍थापना के आसपास भी प्रदत्‍त सुविधाओं की उपलब्‍धता की अवधारणा ( STPI Co-Location Services) अब प्रचलन  में है,जिसके फलस्‍वरूप अगर प्रोफेशनल की मौजूदगी है तो बहुआयामी विकास तय माना जा सकता है। संयोग से आगरा का एस टी पी आई शास्‍त्रीपुरम के जिस बी ब्‍लाक में है, उसके आसपास महानगर के क्षत्र तो हैं ही साथ ही  बिचपुर और अछनेरा विकास खंड के ग्रामीण और अर्धशहरी  क्षेत्र  भी स्‍थित हैं ।जहां आई टी से संबधित यूनिटों के पनपने के अनुकूल स्‍थितियां विद्यमान हैं। 

निवेशक किसी भी उद्यम को पनपाने के लिये अत्‍यंत जरूरी होता है किन्‍तु आई टी सैक्‍टर के जानकार और एक्‍सपर्ट आई टी के विकास में सबसे महत्‍वपूर्ण कडी होते हैं,संयोग से आगरा अब आई टी की जानकारी रखने वाले महानगर के रूप में पहचान बना चुका है। पुणे,मुम्‍बई,हैदराबाद, बेंगलूर ,त्रिवेंद्रम,चेन्‍नई ,नौयडा ही नहीं अमेरिकन और यूरोपीयन साफ्टवेयर कंपनियों में आगरा महाविद्यालयों,इंजीनियरिंग कॉलेजों में पढेलिखे महत्‍वपूर्ण पदों पर कार्यरत हैं।

राज्‍य सहयोग अधारित केन्‍द्रीय योजना 

साफ्टवेयर टैक्‍नेलाजी पार्क आफ इंडिया 1991 में अस्‍तित्‍व में आई, अब यह  मिनिस्‍ट्री आफ इलैक्‍ट्रानिक्‍स ऐंड टैक्‍नेलाजी के तहत कार्यरत  आटोनामस वाडी है।राज्‍य सरकारों ही नहीं लोकल सिविक्‍स वाडीज तक की सहभागिता से ही इनकी तमाम योजनाओं का क्रियान्‍वयन होना है।जब एस पी टी आई शुरू हुआ थाउस समय आई टी एक्‍ट तक प्रभावी नहीं था।डाटा का महत्‍व तो तब भी था,लेकिन उनकी सुरक्षा और कम्‍प्‍यूटरों में सेंधमारी की शुरूआत का दौर भारत में उस समय तक शुरू नहीं हुआ था।

एस टी पी आई से बढेंगी व्‍यापक संभावनायें

जो भी हो एस टी पी आई आगरा के युवाओं की जरूरत है,इसके शुरू होते ही आगरा में बडी संख्‍या में आई टी सैक्‍टर के स्‍टार्टअप शुरू हो जायेंगे, दिल्‍ली-नोयडा से कही सस्‍ती जीवन यापन स्‍थितियां होने के कारण यहां आई सेक्‍टर के आऊट सोर्सिंग हब भी आने को आकर्षित होंगे। परोक्ष एवं अपरोक्ष रूप से बडी संख्‍या में युवाओं के लिये रोजगर संभावनाये बढ जायेंगी।