--डॉ.सारस्वत क्लीनिक एवं रिसर्च सेंटर भी उच्च स्तरीय होम्येपैथी उपचार में देगा योगदान
आगरा:प्रख्यात चिकित्सक श्री डॉक्टर आर.एस.पारीक ने कहा है कि विश्व में होम्योपैथी की विश्वनीयता बढ़ी है।होम्योपैथी एक मानव काय से संबधित साइंस है,जिससे गम्भीर से गंभीर रोगों का इलाज सम्भव है। डा आर एस पारीक साथ में हैं डा कैलाश चन्द्र सारास्वत साथ में
हैं डा.कैलाश एवं श्री रमांकांत सारास्वत।फोटो:असलम सलीमी।
डा. पारीक जो कि आवास विकास सैक्टर- 15 के ऐंथम कांप्लैक्स में नव स्थापित डा सारास्वत होम्योपैथिक क्लीनिक एंड रिसर्च सेंटर के रविवार 14 अप्रैल को आयोजित उद्घाटन कार्यक्रम को मुख्यातिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे,ने कहा विश्वभर में पुराने समय से यह प्रचलित उपचार पद्यति है,भारत में भी यह लम्बे समय से प्रचलन में है और आम लोगों में इसकी सहज
स्वीकारिता है।डा परिख ने कहा खुशी है कि ‘डॉ.सारस्वत क्लीनिक एवं रिसर्च सेंटर ‘ अब आगरा के जनजीवन में इस पद्यति के माध्यम से उपचार सेवा उपलब्ध करवायेगा।उन्होंने डा कैलाश सारास्वत उनके प्रयास के लिये शुभकामनायें देते हुए पेशागत उत्कृष मानक स्थापित करने की अपेक्षा की। उन्होंने कहा कि विश्व में होम्योपैथी की विश्वनीयता बढ़ी है।होम्योपैथी एक साइंस है,जिससे गम्भीर रोगों का इलाज सम्भव है।
--शोध कार्य भी होगा
क्लीनिक सेंटर के प्रमुख प्रो.(डॉ.) कैलाश चन्द्र सारस्वत ने कहा कि यहां बेहतर होम्योपैथी चिकित्सा एवं दन्त रोगों का उपचार के साथ-साथ,वृहद स्तर पर शोध कार्य भी किए जाएंगे। इस कार्य को वे स्वयं(डॉ.के.सी.सारस्वत) एवं डॉ.श्रेय सारस्वत,डॉ.रूचि सारस्वत आदि विशेषज्ञ मिलकर करेंगे।उन्होंने कहा कि पेशेवर डाक्टर के रूप में उनके सामने हमेशा चुनौतियां रहीं हैं,लेकिन हरवह अवसर उनके लिये हमेशा बेहद आत्म संतोश प्रदान करने वाला रहा है ,जबकि उपचार उपरांत मरीज स्वास्थ्य लाभ के साथ नये विश्वास के साथ अपने घर लौटता है।
--दबाओं के साथ जीवन पद्यति बनायें अनुशासित
युवा ,लेकिन बेहद अनुभवी डॉ.श्रेय सारस्वत ने कहा कि स्वास्थ्य के लिये उपचार पद्यतियों का महत्व तो बढा ही हे किंतु उनकारणों के प्रति जागरूकता और सवधानी जरूरी है जो कि बीमारियों की वजह माने जाते हैं।पद्मश्रीी डा.आर एस परीक के साथ डा कैलाश चन्द्र सरास्वत एवं
परिवारीजन।फोटो:असलम सलीमी
उन्होंने बढते प्रदूषण को मानव स्वास्थ्य के लिये सबसे बडा प्रत्यक्ष खतरा बताते हुए कहा कि एलर्जी,फेफड़ों से संबंधित बीमारियां, खाज खुजली,चेहरे पर दाग धब्बे,लालामी आदि समस्याओं का बडा करण पर्यावरण में बढती प्रतिकूलता है।
डा श्रेय सारास्चत ने कहा कि पेशेंट उपचार हेतु विश्वास के साथ होम्योपैथी चिकित्सा लें ,लेकिन अपनी दैनिक दिनचर्या को सुधारें ।उन्होंने कहा कि दूषित पदार्थों से बचें, शुद्ध भोजन करें,जंग फूड ,फ़ास्ट फूड,बाजार के तले भोज्य पदार्थों के सेवन से परहेज करें। जहां तक संभव हो घर का शुद्ध भोजन,पर्याप्त मात्रा में शुद्ध जल का सेवन करें। समुचित व्यायाम,योग करना स्वास्थ्य के लिए बेहतर सिद्ध होता है।
दन्त विशेषज्ञ डॉ.रुचि सारस्वत ने कहा कि हम इस सेंटर पर दांतों से सम्बंधित विभिन्न रोगों के उपचार,रोकथाम के लिए समुचित,बेहतर चिकित्सा मुहैया करवा रहे हैं। आयोजन के प्रबंधन में सहभागी डॉ.कैलाश चंद्र सारस्वत,श्रीमती गीता सारस्वत,डॉ.श्रेय सारस्वत,डॉ.रूचि सारस्वत आदि सारास्वत परिजनों ने शहरभर से पहुंचे प्रबुद्ध जनों के द्वारा जतायी सदभावना के प्रति आभार व्यक्त किया।
उद्घाटन कार्यक्रम में दर्जा राज्य मंत्री राकेश गर्ग ,पूर्व मंत्री डॉक्टर रामबाबू हरित ,भारत विकास परिषद के क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉक्टर तरूण शर्मा, विनय सिंघल वीरेंद्र सिंघल ,सोमदेव सारस्वत,प्रमोद सारस्वत,डॉ.डी.एन.सारस्वत,आर्य समाज के रमाकांत सारस्वत, ब्राह्मण परिषद के ब्रह्मदत्त शर्मा,हरिनारायण चतुर्वेदी,विनय सिंह एवं मीडिया से आनंद शर्मा,राजीव सक्सेना,राहुल पालीवाल,आदर्श नंदन गुप्ता,हिन्दुस्तान वार्ता के स्टेट हैड धर्मेन्द्र कुमार चौधरी,विवेक जैन,असलम सलीमी,शोभित चतुर्वेदी आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।