ऑस्ट्रिया में लगभग 31000 प्रवासी भारतीय रहते हैं। भारतीय प्रवासियों में मुख्य रूप से स्वास्थ्य सेवा और अन्य क्षेत्रों तथा बहुपक्षीय संयुक्त राष्ट्र निकायों में काम करने वाले पेशेवर शामिल हैं। ऑस्ट्रिया में उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले लगभग 500 भारतीय छात्र हैं।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वियना में प्रवासी समुदाय द्वारा उनके सम्मान में आयोजित एक कार्यक्रम में भारतीय समुदाय को संबोधित किया। आगमन पर, प्रधानमंत्री का समुदाय द्वारा विशेष गर्मजोशी और स्नेह के साथ स्वागत किया गया। ऑस्ट्रिया के संघीय श्रम और अर्थव्यवस्था मंत्री महामहिम श्री मार्टिन कोचर भी सामुदायिक सभा में शामिल हुए। इस कार्यक्रम में देश भर से भारतीय प्रवासियों ने भाग लिया। प्रधानमंत्री ने पिछले 10 वर्षों में देश द्वारा हासिल की गई परिवर्तनकारी प्रगति के बारे में बात की और विश्वास व्यक्त किया कि भारत निकट भविष्य में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा, जो 2047 तक एक विकसित देश - विकसित भारत - बनने की राह पर है। उन्होंने इस बारे में बात की कि कैसे हरित विकास
और नवाचार में ऑस्ट्रियाई विशेषज्ञता भारत के साथ साझेदारी कर सकती है, जिससे इसकी उच्च विकास गति और विश्व स्तर पर प्रतिष्ठित स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र का लाभ उठाया जा सकता है। उन्होंने भारत के "विश्वबंधु" होने और वैश्विक प्रगति और कल्याण में योगदान देने पर भी जोर दिया। उन्होंने समुदाय से आग्रह किया कि वे अपनी मातृभूमि के साथ अपने सांस्कृतिक और भावनात्मक संबंधों को पोषित करना जारी रखें, भले ही वे अपनी नई मातृभूमि में समृद्ध हों। इस संदर्भ में, उन्होंने भारतीय दर्शन, भाषाओं और विचारों में गहरी बौद्धिक रुचि का उल्लेख किया जो सदियों से ऑस्ट्रिया में मौजूद है।