( समाचार राइट ) आगरा गधापाड़ा रेलवे का गुड्स यार्ड बिक चुका है। अब यहां शीघ्र ही रेलवे की निर्माण प्रक्रिया शुरू होगी। उसके लिए पेड़ों को काट दिया गया है। नागरिक संगठनों को जब इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने इस हरियाली क्षति को लेकर आवाज उठाई है। सिविल सोसाइटी ऑफ़ आगरा, रिवर कनेक्ट कैंपेन टीम आदि संगठनों ने इसे गंभीरता से लेते हुए रेल मंत्री से मांग की है कि अगर संभव हो तो डिसइंवेसमेंट के नाम पर बेची गई इस संपत्ति की डील का रिव्यू किया जाए। यह बिक्री ताजमहल की सुरक्षा और आगरा के नागरिक हितों के विरुद्ध है।
सेल डीड का रिव्यू करवाया जाए : दोनों संगठनों के पदाधिकारियों ने कहा कि विनाश के नाम पर की गई सेल डीड का ताज ट्रिपेजियम जोन अथॉरिटी से रिव्यू करवाया जाये। जो भी रिव्यू रिपोर्ट हो, उसे सार्वजनिक किया जाये तथा उसके आधार पर रेलवे जरूरी कदम उठाये। उन्होंने कहा कि आगरा विकास प्राधिकरण, आगरा की अवस्थापना जरूरतों के संबंध में अपनी स्थिति स्पष्ट करे। रेलवे यार्ड को आवासीय परिसर में तब्दील करने का कार्य जिस एजेंसी ने भी किया है, उसका अपना मनमाना फैसला लगता है। जन आपत्तियों से संबधी प्राविधान को पूरी तरह से नजरअंदाज
किया गया है। सिविल सोसायटी अपेक्षा करता है कि रेलवे यार्ड के स्थान पर जो आवासीय परिसर विकसित किया जाना है, उसके बारे में प्रचारित है कि एक हजार से ज्यादा आवासीय संपत्तियां नवविकसित परिसर में बनेंगी। नागरिक संगठन जानना चाहते हैं कि इनमें रहने वाले रहवासियो की जरूरत पूरी करने लायक पेयजल, घरेलू कार्यों के लिये पानी और सीवर की जरूरत पूरी करने के लिए क्या इंतजाम प्रस्तावित हैं। इस क्षेत्र में जो भी नागरिक सुविधाएं मौजूद हैं, वह पहले से ही जरूरत से कहीं कम हैं।सेल के संबंध में आधिकारिक जानकारी दें : नागरिकों की अवस्थापना सुविधाओं के प्रति प्रतिबद्धता रखने के कारण संगठन हमेशा इसको लेकर आवाज उठाता रहा है। जो अवस्थापना सुविधाएं वर्तमान में मौजूद हैं, उनकी स्थिति किसी नयी योजना को सहभागी बनाने लायक नहीं है। सिविल सोसाइटी और रिवर कनेक्टिविटी कैंपेन के पदाधिकारियों ने कहा कि रेलवे से भी चाहेंगे कि इस सेल के संबंध में आधिकारिक रूप से जानकारी दें। अब तक जो भी सूचनाएं प्राप्त हुईं हैं, द्वितीय माध्यम की है। शहरवासी यह भी जानना चाहेंगे कि रेलवे आगरा में क्या क्या और इन्वेस्टमेंट के नाम पर बेचने की तैयारी में है। हम जनप्रतिनिधियों की ख्याति और शिष्टाचार को दृष्टिगत तो कुछ भी सार्वजनिक रूप से कहना नहीं चाहेंगे, किंतु उनसे अपेक्षा करेंगे कि आगरा के हितों के प्रति सक्रियता बरतें। प्रेस वार्ता में डॉ. देवाशीष भट्टाचार्य, जगन प्रसाद तेहरिया, शिरोमणि सिंह, अनिल शर्मा, राजीव सक्सेना, असलम सलीमी, निधि पाठक आदि उपस्थित रहे.