21 मार्च 2025

भारतीय रेलवे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए हाथियों और वन्य जीवों की सुरक्षा करेगा

 

नई दिल्ली - रेलवे द्वारा उठाए गए अभिनव उपायों में से एक है, डिस्ट्रिब्यूटेड एकॉस्टिक सेंसर (DAS) का उपयोग करके रेलवे ट्रैक पर हाथियों की मौजूदगी का पता लगाने के लिए AI-सक्षम घुसपैठ पहचान प्रणाली (IDS) का विकास। सिस्टम के घटकों में ऑप्टिकल फाइबर, हार्डवेयर और हाथियों की हरकत के पहले से इंस्टॉल किए गए सिग्नेचर शामिल हैं। यह सिस्टम लोको पायलट, स्टेशन मास्टर और कंट्रोल रूम को ट्रैक के नज़दीक हाथियों की हरकत के बारे में सचेत करता है, ताकि समय रहते निवारक कार्रवाई की जा सके।

वर्तमान में, IDS सिस्टम पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे में वन विभाग द्वारा पहचाने गए महत्वपूर्ण और संवेदनशील स्थानों पर 141 से अधिक रूट किलोमीटर पर काम कर रहा है। हाथियों की सुरक्षा में इस डिवाइस को बहुत कारगर बताया गया है।

हाथी के ट्रेन से टकराने की किसी भी घटना के मामले में, क्षेत्रीय रेलवे वन विभाग के साथ मिलकर मामले की जांच करते हैं और उसके अनुसार तत्काल कदम उठाते हैं। इनमें पहचाने गए स्थानों पर उपयुक्त गति प्रतिबंध लगाना और ट्रेन के चालक दल के साथ-साथ स्टेशन मास्टरों को भी सचेत करना शामिल है। ट्रेन चालक दल को अद्यतन और संवेदनशील बनाने के लिए संबंधित वन अधिकारियों के साथ नियमित बैठकें आयोजित की जाती हैं।